यौन कुंठित। नहीं, वह आत्मपीड़क नहीं है। मीना 29 साल की एक ऑफिस वर्कर है। उससे मिलने वाले सभी पुरुष आत्मपीड़क हैं। लेकिन मैं भी वश में होना चाहती हूँ... "मैं सारी शर्म और झिझक को त्यागकर पूरी तरह से वश में होना चाहती हूँ।" अगर वह वश में होना चाहती है, तो उसे समर्पण के लिए मजबूर करना शिष्टाचार है, है ना? वह कार में बैठती है और वश में होने की चाह रखने वाले पुरुष से मिलने निकल पड़ती है। गले में पट्टा, हथकड़ी और मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ है। उसकी योनि में रिमोट कंट्रोल वाला वाइब्रेटर डाला गया है। यही है आत्मपीड़क का पूरा पहनावा। लार टपक रही है, पैर कांप रहे हैं, मुंह से "नहीं... नहीं...!" निकल रहे हैं, लेकिन फिर भी... उसके चेहरे पर खुशी झलक रही है। उसे थप्पड़ मारे जाते हैं और उसके साथ बेरहमी से पेश आया जाता है, उसका शरीर और भी संवेदनशील होता जा रहा है। उसकी मुंडी हुई योनि से बहने वाला आनंद रुकता नहीं। मेरी लार पियो। इसे अपने मुंह में गहराई तक लो। अपनी योनि को कसकर सिकोड़ो। वश में हो जाओ, हुक्म चलाओ, जो चाहो करो। मैं तुम्हें यह आत्मपीड़क स्त्री उधार देता हूँ। मेरी आत्मपीड़क प्रवृत्ति से अपनी इच्छाओं को संतुष्ट करें। आत्मपीड़क महिलाओं पर केंद्रित एक नई श्रृंखला शुरू हो गई है।