वह अपने माता-पिता के पैसों पर ऐशो-आराम की ज़िंदगी जीता है। आज, वह फ़ूड डिलीवरी से एक शानदार डिनर ऑर्डर करता है और ऐशो-आराम में डूब जाता है। संयोग से, डिलीवरी करने वाली उसके क्लब की सबसे प्यारी जूनियर है। उसकी चमकती आँखें और मनमोहक मुस्कान उसे उस पर मोहित कर देती हैं, और वह उसे शैंपेन का लालच देकर अपने घर बुलाता है। "आज खुलकर बात करना ठीक रहेगा, है ना?" हवस उमड़ पड़ती है, और दोनों तेज़ी से करीब आ जाते हैं। उनके मुँह पास आते हैं, और उनकी मीठी साँसें बार-बार आपस में जुड़ती हैं। वे अपने चश्मे झुकाते हैं, एक-दूसरे की आँखों में देखते हैं, और वासना फूट पड़ती है। बिस्तर पर, वह कई बार खुशी से काँपती है, और कामुक चीखें निकालती है। वे एक-दूसरे के साथ भावुक प्रेम में जुड़ जाते हैं, और उसकी योनि इतनी तीव्रता से भर जाती है कि वह उमड़ पड़ती है। कामुक सेक्स के दिनों का विरोध न कर पाने के कारण, दोनों और गहरे हो जाते हैं।